रविवार, 8 अगस्त 2021

धारा 302 आईपीसी (IPC Section 302 in Hindi) - हत्या के लिए दण्ड


  

धारा 302 आईपीसी

 (IPC Section 302 in Hindi) -  

 @#1

हत्या के लिए दण्ड

विवरण

           जो भी कोई किसी व्यक्ति की हत्या करता हैतो उसे  

मृत्यु    दंड या आजीवन  कारावास और साथ ही आर्थिक दंड से दंडित किया जाएगा।

लागू अपराध
हत्या करना
सजा मृत्यु दंड या आजीवन कारावास आर्थिक दंड

यह एक गैर-जमानतीसंज्ञेय अपराध है और सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है।       
@#2
यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है। 

हमें अक्सर सुनने और पढ़ने को मिलता है कि हत्या के मामले में 

 अदालत ने आईपीसीयानी भारतीय दण्ड संहिता की धारा 302 

 के तहत मुजरिम को हत्या का दोषी पाया हैऐसे में न्यायालय दोषी  

को मृत्यु दंड या फिर आजीवन कारावास की सजा सुनाती है। किन्तु

  काफी लोगों को अभी भी धारा 302 के बारे में सही ज्ञान नहीं है 

आइए चर्चा करते हैं कि क्या है भारतीय दण्ड संहिता यानी इंडियन

  पैनल कोड की धारा 302

@#3 क्या है भारतीय दंड संहिता की धारा 302 ?

भारतीय दंड संहिता में धारा 302 बहुत ही महत्वपूर्ण हैधारा 302 के अंतर्गत 

 न्यायलय द्वारा उस व्यक्ति को दंड दिया जाता है जो व्यक्ति किसी अन्य  

व्यक्ति की हत्या के इरादे के साथ पूरी तैयारी से आये और हत्या की घटना 

 को अंजाम दे दे। सामान्यतइन मामलों में हत्या के मकसद और आरोपी के 

 इरादे पर ध्यान दिया जाता है। अदालत की कार्यवाही में पुलिस द्वारा दिए 

 गए सबूतों और गवाहों के बयान के आधार पर जज फैसला सुनाते हैं।  

जब न्यायालय में यह साबित हो जाता है की हत्या आरोपी ने ही की हैतब 

 आरोपी को कानून के अनुसार दण्डित किया जाता है।

@#4कुछ मामलों में नहीं लगती धारा 302

यह जरुरी नहीं है की हत्या के सभी मामलो में धारा 302 ही लगायी जाये

 कुछ मुक़दमे ऐसे भी होते हैंजिनमें एक व्यक्ति द्वारा दूसरे की हत्या की  

जाती हैं किन्तु वह इरादतन हत्या नहीं होती है। तो ऐसे मामलों में धारा 302  

के स्थान पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 लगायी जाती है। धारा 304

 में मानव वध के दंड का समाधान दिया गया हैजिसमें मृत्यु दंड  होकर  

आजीवन कारावास या 10 वर्ष तक का कारावास और आर्थिक दंड की 

 सजा सुनाई जाती है।
                     
@ ##5चर्चा करते हैं धारा 302 से जुड़े कुछ मामलों की और देखते हैं की 

 न्यायालय ने किस तरह से इन मामलों को सुलझाया हैं। तंदूर-कांडजैसिका लाल की हत्या नितीश कटारा हत्या से जुड़े मामले भी चर्चा 

 में रहे हैंऔर इन सभी मामलों में आरोपियों को धारा 302 के तहत आजीवन  

कारावास की सजा से दण्डित किया गया। 

                                thank you

@#6 READ MORE----

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