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  20 वास्तु टिप्स : धन एवं सुख - शांति हेतु ऐसे बनाएं अपना आशियाना ... @1- बढ़ती महंगाई व धन की कमी मकान बनाने वाले को सोचने पर मजबूर कर देती है। ऐसी हालत में यदि कोई मकान बनाता है तो बस यही सोचकर बनाता है कि हम अपने बनाए अशियाने में सुख से रह सकें। अशांति , अकस्मात दुर्घटना , बीमारी , मानसिक परेशानियों से बच सकें। धन - धान्य से पूर्ण घर में सुख - शांति रहे। आपसी तालमेल बना रहे आदि - आदि। ऐसे में घर गलत तरीके से बन जाए तो जीना भी दूभर हो जाता है। कई बार वास्तुनुरूप घर होने पर भी सामान का अस्त - व्यस्त रखना , रंग - रोगन गलत होना , सोने का स्थान सही न होना आदि कई कारण होते हैं जिससे घर में बरकत नहीं रहती। @2 -1. कोई भी जमीन कहीं भी हो तो चौकोर हो या आयताकार हो , गोल , तिकोनी , तिरछी , पूर्व से कटी , नैऋत्य में बड़ी या वायव्य में बड़ी हो तो अग्निकोण बड़ा हो , अगर ऐसी जमीन मुफ्त में भी मिले तो त्याज्य है। @3 -2. ईशान यानी पूर्व - उत्तर द...

कहीं भी जीरो FIR, 30 दिन में फैसला...

कहीं भी जीरो FIR, 30 दिन में फैसला.. .               @1 -समझें- नए कानूनों से कैसे तारीख पर तारीख से मिलेगी मुक्ति, समय पर मिल सकेगा न्यायभारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम आज यानी 1 जुलाई से प्रभावी हो गए हैं. इन कानूनों ने अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), दंड प्रक्रिया संहिता और 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह ली है. भारतीय दंड संहिता से लेकर भारतीय न्याय संहिता तक में बदलाव किए गए हैं. अब इलेक्ट्रानिक कम्युनिकेशन के जरिए सूचना दिए जाने पर भी FIR लिखी जा सकेगी.                     @2- अगर ई-FIR दर्ज करवाई जाती है तो तीन दिन के भीकर पीड़ित को थाने जाना होगा.देश में तीनों नए आज यानी एक जुलाई से कानून लागू हो गए हैं. अब भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) के तहत न्याय व्यवस्था आगे बढ़ेगी. नए कानून में डिजिटली साक्ष्य से लेकर ई-एफआईआर और फोरेंसिक लैब पर जोर दिय...