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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पति के कामकाज से पत्नी के घर के कामकाज की कीमत कम नहीं सुप्रीम कोर्ट

  पति के कामकाज से पत्नी के घर के कामकाज  की कीमत  कम नहीं . सुप्रीम कोर्ट ..... ..   #1        कामकाजी पति अगर पत्नियों को यह सुनाते हों कि तुम घर में करती ही क्या हो? तो यह खबर उनके लिए है। दरअसल, ................... #2 नई दिल्ली           कामकाजी पति अगर पत्नियों को यह सुनाते हों कि तुम घर में करती ही क्या हो? तो यह खबर उनके लिए है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम टिप्पणी में कहा है कि  घर में काम करने वाली पत्नियों की कीमत कामकाजी पतियों से बिल्कुल भी कम नहीं है।  कोर्ट ने कहा कि घर में काम करने वाली महिला पुरुषों की तुलना में ज्यादा और बिना पैसे के करती हैं काम।    #3          जस्टिस की पीठ ने एक मामले की सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की। पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए एक जोड़े के रिश्तेदार का मुआवजा बढ़ाने का फैसला दिया। इस जोड़े की मौत दिल्ली में एक हादसे में हो गई थी, जब एक कार ने उनके स्कूटर को टक्कर मार दी थी।       ...

उपहार की गई जमीन पर कब्जा लेना उसे स्वीकारने जैसा-सुप्रीम कोर्ट का फैसला

  उपहार की गई जमीन पर कब्जा लेना उसे स्वीकारने जैसा - सुप्रीम कोर्ट का फैसला   #1           सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में व्यवस्था दी है , कि उपहार की गई संपत्ति को लेने वाला यदि उसे लिखित में स्वीकार नहीं भी करता है, तो भी वह उपहार कानूनी रूप से योग्य माना जाएगा। कोर्ट ने कहा कि यह स्वीकारोक्ति उपहार लेने वाले के आचरण से तय की जाएगी, न कि लिखित सबूतों से।       #2          जस्टिस कि पीठ ने फैसले में राजस्थान हाई कोर्ट का निर्णय पलट दिया, जिसने उपहार को इस बिना पर खारिज कर दिया कि इसे लेने वाले ने इसे स्वीकार किया है, इसका कोई सबूत नहीं है। पीठ ने अपने फैसले में कहा कि उपहार स्वीकार कर लिया गया है, इसका अनुमान इस बात से लगता है कि उसने संपत्ति का कब्जा ले लिया है या स्वयं गिफ्ट डीड ही उसके कब्जे में है।                संपत्ति स्थानांतरण एक्ट,1882 की धारा 122 के अनुसार गिफ्ट डीड के कानूनी होने की शर्तें यह है कि यह बिना किसी पैसे लिए की गई हो और पूरी तरह से स्वै...

Fastag कहां से ले सकते हैं? और FASTag क्या है?

  Fastag कहां से ले सकते हैं? और  FASTag क्या है ?   FASTag क्या है ? #1                 यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन ( RFID) टैग गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगेगा, जो बैंक अकाउंट या नैशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पेमेंट वॉलिट से जुड़ा होगा। इससे गाड़ी मालिकों को टोल प्लाजा से गुजरते रुकने की जरूरत नहीं होगी और रकम अकाउंट से अपने आप कट जाएगी। #2               नैशनल हाइवेज फी (रेट और कलेक्शन निर्धारण) रूल्स, 2008 के मुताबिक, किसी टोल प्लाजा में FASTag लेन FASTag यूजर्स की आवाजाही के लिए खासतौर पर रिजर्व है। अगर कोई गाड़ी मालिक बगैर FASTag के FASTag लेन से गुजरता है तो उसे दोगुनी फीस वसूली जाएगी। #3   Fastag कहां से ले सकते हैं ? आप किसी भी सकारी बैंक से फास्टैग स्टीकर ऑफलाइन खरीद सकते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन आवेदन करके भी फास्टैग मंगवाया जा सकता है। इसके लिए आपको बैंक की फास्टैग ऐप्लिकेशन वेबसाइट पर जाना होगा और डीटेल भरकर आवेदन करना होगा। जब आपका फास्टैग अकाउंट बन जाएगा तो इस...