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कानूनी उत्तराधिकारी / कानूनी वारिस प्रमाणपत्र कैसे बनता है/Legal heir certificate कैसे बनायें

Legal heir certificate    कैसे बनायें
 कानूनी उत्तराधिकारी certificate 
 Legal heir certificate कैसे बनायें
#1
           जब परिवार का मुख्य सदस्य या अन्य किसी सदस्य का निधन हो जाता हैं,तो उसके वारिस Legal heir certificate के लिए apply कर सकते हैं।
 

Legal heir certificate मृतक और परिवार के अन्य सदस्यों के बीच क्या संबंध थे, को बताने का एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज है।
#2
Legal heir certificate क्यों ज़रूरी हैं
Telephone, Electricity connection transfer करने के लिए
🌿House tax करने के लिए
🌿Patta transfer करने के लिए
🌿Bank account transfer करने के लिए
🌿Insurance claim करने के लिए
यदि मृतक central या state govt. में  सरकारी नौकरी में है तो
#3
Legal heir certificate क्यों ज़रूरी हैं
🌿family pension,
Salary arrear
🌿Provident fund
🌿Gratuity
🌿Retire benefits
🌿Service benefits
में claim के लिए मृतक के साथ संबंध/relation को कानूनी तौर पर बताने के लिए।
🌿compassionate appointment यानी अनुकंपा में नौकरी पाने के लिए
#4
Legal heir certificate क्यों ज़रूरी हैं
लेकिन,यह certificate जहां बिना वसीयत बनाये किसी की मृत्यु होने पर property transfer में वैध नहीं है।
साथ ही, financial institution के साथ लेने देन में भी यह वैध नहीं हैं। इन मामलों में succession certificate जो civil court से issue होता हैं,की जरूरत होती हैं।
#5
 Legal heir certificate क्यों ज़रूरी हैं
जिन documents की ज़रूरत होगी
👉  Death certificate
👉 identity/address proof मृतक  और आवेदक का, जैसे-आधार कार्ड, Driving licence, passport इत्यादि
👉  Ration card
👉  UID or आधार
👉  Signed Application form
👉  Self Declaration or affidavit
👉 Service certificate, यदि मृतक central or state govt. में नौकरी करता था
👉 Pension payment slip, यदि मृतक pension लेता हो,
#6
कौन legal heir certificate बनवा सकता हैं
💏मृतक का पत्नी या पति
👫बेटा या बेटी
🧖‍♀️माता
#7
Process
Legal heir certificate बनवाना बिल्कुल आसान है। Application के साथ सभी documents लगाकर अपने क्षेत्र में पड़ने वाले तालुक या तहसील या नगरपालिका में जमा करना होता हैं।
Application में सभी कानूनी वारिसों ,उनके साथ मृतक का संबंध ,सभी सदस्यों का नाम और पता लिखा होना चाहिए। और आवेदन में आवेदक का नीचे तिथि सहित हस्ताक्षर होना चाहिए।
इसके बाद आपके  application की जांच होती है। ग्राम या वार्ड लेवल के पदाधिकारी इसपर अपनी जांच रिपोर्ट देते हैं। इसका सत्यापन revenue inspector करते है।
जांच रिपोर्ट से संतुष्ट होकर legal heir certificate issue कर दिया जाता है।
इस Legal heir certificate में सभी वैध वारिसों का नाम लिखा रहता है।
#8

Legal heir certificate, succession certificate से अलग है
 

कई लोग legal heir certificate और succession certificate को एक मानते है।
🌿Succession certificate civil court से बनता है,और इसे बनाने का अलग procedure है।
🌿Legal heir certificate के लिए बेटा/बेटी या 
पती/पत्नी या मृतक के अभिभावक apply कर सकते है।
जबकि succession certificate केवल मृतक के कानूनी वारिस ही apply कर सकते है।
🌿Legal heir certificate बनने में लगभग 1 माह का समय लगता है,
जबकि succession certificate बनाने में 6 से 7 माह का समय लग सकता है।
🌿Legal heir certificate के application को challenge नहीं किया जा सकता,
जबकि succession certificate के application को 45 दिनों के अंदर challenge किया जा सकता है।
🌿Legal heir certificate को केवल छोटे छोटे कामों में ही use किया जा सकता हैं,जैसे insurance claim, vehicle ownership transfer ,
जबकि succession certificate property transfer या possession transfer करने में, मृतक के जगह debt या security के payment में या payment लेने में काम आता है।
🌿Legal heir certificate, भारतीय उत्तराधिकार कानून में उत्तराधिकारी  होने का प्रमाण नहीं है।
विवाद में succession certificate ज़रूरी है।

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